शब्द का अर्थ
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					भरणी					 :
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					स्त्री० [सं० भरण+ङीष्] १. घोषक लता। कड़वी तरोई। २. सत्ताइस नक्षत्रों में दूसरा नक्षत्र जिसमें त्रिकोण के रूप में तीन तारे हैं। ३. भूमि खोदने की एक शुभ लग्न। (ज्यो०)				 | 
			
			
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					भरणी-भू					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] राहु।				 | 
			
			
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					भरणीय					 :
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					वि० [सं०√भृ+अनीयर] जिसका भरण किया जाने को हो या करना उचित हो। पाले-पोसे जाने के योग्य।				 | 
			
			
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