शब्द का अर्थ
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					बौछार					 :
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					स्त्री० [सं० वायु+क्षण] १. वायु के झोंके से वर्षा की तिरछी आती हुई बूँदों का समूह। बूँदों की झड़ी जो हवा के झोंके से तिरछी गिरती हो। झटास। क्रि० प्र०—आना—। पड़ना। २. उक्त प्रकार या रूप से होनेवाला बहुत सी चीजों का पात। जैसे—गोलियों या ढेलों की बौछार। ३. बहुत अधिक संख्या में लगातार किसी वस्तु का उपस्थित किया जाना। बहुत-सा देते जाना या सामने रखा जाना। झड़ी। जैसे—लड़के के ब्याह में उसने रुपयों की बौछार कर दी। ४. किसी के प्रति लगातार कही जानेवाली व्यंग्यपूर्ण या लगती हुई बातों की झड़ी। आक्षेप से युक्त करके कही जानेवाली बातें। जैसे—उनके भाषण में आधुनिक राजनीति नेताओं पर खूब बौछार थी। क्रि० प्र०—छूटना। छोड़ना।—पड़ना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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