शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					बराव					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० बराना+आव (प्रत्यय)] बराने अर्थात् बचकर रहने की क्रिया या भाव। परहेज। जैसे—घर में किसी को चेचक निकलने पर कई तरह के बराव करने पड़ते हैं।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					बरावदार					 :
				 | 
				
					वि० [हिं०+फा०] जिसमें भराव हो। जैसे—भरावदार कंगन।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |