शब्द का अर्थ
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					बढ़ती					 :
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					स्त्री०=बढ़ती। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					बढ़ती					 :
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					स्त्री० [हिं० बढ़ना+ती (प्रत्यय)] १. बढ़ने, अथवा बढ़े हुए होने की अवस्था या भाव। २. गिनती तौल, नाप मान आदि में उचित या नियत से अधिक या बढ़ा हुआ अंश। ३. धन-धान्य परिवार आदि की वृद्धि। पद—बढ़ती का पहर=उन्नति और समृद्धि के दिन। ४. आवश्यकता, उपभोग, व्यय आदि की पूर्ति हो चुकने पर भी कुछ बच रहने की अवस्था या भाव। बचत। (रसप्लस) ५. मूल्य की वृद्धि। पद—बढ़ती से=अंश-पत्र, राज-ऋण, विनिमय आदि की दर के संबंध मे अंकित या नियत मूल्य की अपेक्षा कुछ अधिक मूल्य पर।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					बढ़ती-फसल					 :
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					स्त्री० [हिं०+अ] वह फसल जो अभी खेत में बढ़ रही हो, पर अभी पूरी तरह से तैयार न हुई हो। (ग्रोइंग क्रॉप)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |