शब्द का अर्थ
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					बंध्या					 :
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					स्त्री० [सं० बंध्य+टाप्] १. स्त्री या मादा प्राणी जिसे संतान न होती हो। बाँझ। पद—बंध्या पुत्र। (देखें)। २. योनि का एक रोग। ३. एक गंध-द्रव्य।				 | 
			
			
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					बंध्या-कर्कोटकी					 :
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					स्त्री० [सं० ष० त०] कड़वी ककड़ी। बाँझ-ककोड़ा।				 | 
			
			
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					बंध्यापन					 :
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					पुं०=बाँझपन।				 | 
			
			
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					बंध्यापुत्र					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] १. बाँझ स्त्री का पुत्र अर्थात् ऐसा अनहोना व्यक्ति जो कभी अस्तित्व में न आ सकता हो। २. लाक्षणिक अर्थ में कोई ऐसी चीज या बात जो बंध्या के पुत्र के समान अनहोनी हो।				 | 
			
			
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					बंध्यासुत					 :
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					पुं० [ष० त०] बंध्यासुत।				 | 
			
			
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