शब्द का अर्थ
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					प्रवास					 :
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					पुं० [सं० प्र√वस् (बसना)+घञ्] १. अफनी जन्म-भूमि छोड़कर विदेश में जाकर किया जानेवाला वास। २. यात्रा। सफर ३. विदेश। परदेश।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					प्रवास-पत्र					 :
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					पुं० [सं०] राजकीय अधिकारियों से मिलनेवाला वह अधिकारपत्र, जिससे किसी को अपना देश छोड़कर दूसरे देश में बसने या रहने की अनुमति मिलती है।				 | 
			
			
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					प्रवासन					 :
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					पुं० [सं० प्र√वस्+णिच्+ल्युट्—अन] [वि० प्रवासित, प्रवास्य] १. विदेश में रहना। २. देश-निकाला। ३. वध।				 | 
			
			
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					प्रवासित					 :
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					भू० कृ० [सं० प्र√वस्+णिच्+क्त] १. देश से निकाला हुआ। जिसे देश-निकाले का दंड मिला हो। २. मारा हुआ।				 | 
			
			
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					प्रवासी (सिन्)					 :
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					वि० [सं० प्रवास+इनि] [स्त्री० प्रवासिवी] जो प्रवास में हो।				 | 
			
			
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					प्रवास्य					 :
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					वि० [सं० प्र√वस्+णिच्+यत्] १. विदेश भेजने के योग्य। २. जिसे देशनिकाला देना उचित हो।				 | 
			
			
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