शब्द का अर्थ
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					पौल					 :
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					स्त्री०=पोल (बड़ा द्वार)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					पौलना					 :
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					स० [?] काटना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) पुं०=पौला (भद्दा जूता)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					पौलस्ती					 :
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					स्त्री० [पुलस्त+अण, ङीप्] रावण की बहन, शूर्पणखा।				 | 
			
			
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					पौलस्त्य					 :
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					पुं० [सं० पुलस्त+यञ्] [स्त्री० पौलस्त्यी] १. पुलस्त्य का पुत्र या उनके वंश का पुरुष। २. रावण, विभीषण और कुंभकर्ण ३. कुबेर। ४. चन्द्रमा।				 | 
			
			
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					पौला					 :
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					पुं० [हिं० पाँव, पाड+ला (प्रत्य०)] एक प्रकार की खड़ाऊँ जिसमें खूँटी नहीं होती, बल्कि छेद में बँधी हुई रस्सी में अँगूठा फँसा रहता है। पुं० [हिं० पाँव+ला (प्रत्य०)] [स्त्री० अल्पा० पौली] १. एक तरह का देहाती भद्दा जूता। (पश्चिम) २. जूता।				 | 
			
			
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					पौलिया					 :
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					पुं०=पौरिया।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					पौलिश					 :
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					वि० [यू० पालस=एक यूनानी ज्योतिषी] पुलिस या पालस नामक यूनानी ज्योतिषी का (ज्योतिषिक सिद्धान्त)।				 | 
			
			
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					पौली					 :
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					स्त्री० [सं० प्रतोली; पा० पओली] पौरी। ड्योढ़ी। स्त्री० [हिं० पाँव, पाउ+ली (प्रत्य०)] १. पैर का वह भाग जो खडे होने पर जमीन से आड़ा लगा रहता है। एड़ी से लेकर उँगलियों तक का भाग। पैर का तलुआ। २. चलने से जमीन पर पड़नेवाला पैर का निशान। पद-चिह्र।				 | 
			
			
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					पौलुषि					 :
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					पुं० [सं० पुलुष+इञ्] १. पुलुवंश में उत्पन्न व्यक्ति। २. सत्ययज्ञ नामक एक ऋषि जो पुलु ऋषि के वंश में उत्पन्न हुए थे। (शतपथ ब्राह्मण)				 | 
			
			
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					पौलोम					 :
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					वि० [सं० पुलोमन्+अण्] [स्त्री० पौलोमी] पुलोम-संबंधी। पुलोम का। पुं० १. पुलोमा ऋषि का अपत्य या वंशज। २. उपनिषद् काल में, दैत्यों की एक जाति या वर्ग।				 | 
			
			
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					पौलोमी					 :
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					स्त्री० [सं० पौलोम+ङीप्] १. इंद्राणी। २. महर्षि भृगु की पत्नी।				 | 
			
			
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					पौल्कस					 :
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					वि० [सं० पुल्कस+अण्] पुल्कस (एक संकर जाति) जाति संबंधी। पुल्कसों का। पुं० पुल्कस जाति का व्यक्ति।				 | 
			
			
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