शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					पोष					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√पुष् (पुष्टि)+घञ्] १. पोषण। पुष्टि। २. अभ्युदय। उन्नति। ३. बढ़ती। वृद्धि। ४. धन-संपत्ति। ५. तुष्टि। तृप्ति।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोषक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√पुष्+ण्वुल्—अक] [स्त्री० पोषिका] दे० ‘विटामिन’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोषक-तत्त्व					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० कर्म० स०] दे० ‘विटामिन’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोषण					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√पोषण+ल्युट्—अन] [वि० पोषित, पुष्ट, पोषणीय, पोष्य] १. किसी को इस उद्देश्य से खिलाने-पिलाने और देखते-भालते रहना कि वह सुखपूर्वक जीवन बिता सके, और ठीक तरह से बढ़ता चले। २. किसी वस्तु में आवश्यक और उपयोगी तत्त्व पहुँचाकर उसे अच्छी तरह से बढ़ाना या पुष्ट करना। ३. किसी रूप मे बढ़ाने की क्रिया या भाव। वर्धन। (मेन्टेनेन्स, उक्त तीनों अर्थो में) ४. किसी काम या बात की पुष्टि या समर्थन। जैसे—(क) किसी के मत का पोषण करना। (ख) किसी का पृष्ठ-पोषण करना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोषण-वृत्ति					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० ष० त०] वह वृत्ति जो किसी को भरण-पोषण या जीविका-निर्वाह के लिए दी जाती हो। (मेन्टेन्स एलाउन्स)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोषणीय					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√पुष्+अनीयर्] जिसका पोषण करना आवश्यक या उचित हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोषध					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० उपवसथ-उपोषध-पोषध] उपवास व्रत। (बौद्ध)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोषना					 :
				 | 
				
					स०=पोसना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोषाहार					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० पोष-आहार, ष० त०] ऐसा आहार या खाद्य पदार्थ का ऐसा तत्त्व जिससे प्राणियों के शरीर की पोषण और वर्धन होता है। (न्यूट्रिशन)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोषित					 :
				 | 
				
					भू० कृ० [सं०√पुष्+णिच्+क्त] १. जिसका पोषण किया गया हो अथवा हुआ हो। २. पाला हुआ। पालित।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोषियता (तृ)					 :
				 | 
				
					वि०, पुं० [सं०√पुष्+णिच्+तृच्]= पोषक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोष्टा (ष्ट्र)					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√पुष्+तृच्]=पोषक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोष्य					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√पुष्+ण्यत्] १. जिसका पालन-पोषण करना आवश्यक या उचित हो। २. जिसका पालन-पोषण किया जाने को हो। ३. पाला हुआ अर्थात् गोद लिया हुआ। जैसे—पोष्य पुत्र। पुं० नौकर। सेवक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पोष्य-वर्ग					 :
				 | 
				
					पुं० [ष० त०] ऐसे संबंधित लोग जिनका भरण-पोषण तथा रक्षण आवश्यक रूप से करना उचित हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |