शब्द का अर्थ
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					पीव					 :
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					वि० [सं० पीवन] १. मोटा। स्थूल। २. हृष्ट-पुष्ट। पुं०=पीप (मवाद)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) पुं० १.=प्रिय (प्रियतम)। २. साधकों की परिभाषा में, परमेश्वर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					पीव					 :
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					वि० [सं० पीवन] १. मोटा। स्थूल। २. हृष्ट-पुष्ट। पुं०=पीप (मवाद)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) पुं० १.=प्रिय (प्रियतम)। २. साधकों की परिभाषा में, परमेश्वर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					पीवट					 :
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					स्त्री० [?] युक्ति। उपाय। तरकीब। उदा०—न मालूम कौन सी पीवट लगाए होगा।—वृन्दावनलाल वर्मा।				 | 
			
			
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				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					पीवट					 :
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					स्त्री० [?] युक्ति। उपाय। तरकीब। उदा०—न मालूम कौन सी पीवट लगाए होगा।—वृन्दावनलाल वर्मा।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					पीवन					 :
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					स०=पीना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					पीवन					 :
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					स०=पीना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					पीवर					 :
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					वि० [सं०√प्यौ (वृद्धि)+ष्वरच्, संप्रसारण, दीर्घ] [स्त्री० पीवरा] [भाव० पीवरता, पीवरत्व] पीन (दे० सभी अर्थों में)। पुं० १. कछुआ। २. जटा। ३. तापस मन्वन्तर के सप्तर्षियों में से एक।				 | 
			
			
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					पीवर					 :
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					वि० [सं०√प्यौ (वृद्धि)+ष्वरच्, संप्रसारण, दीर्घ] [स्त्री० पीवरा] [भाव० पीवरता, पीवरत्व] पीन (दे० सभी अर्थों में)। पुं० १. कछुआ। २. जटा। ३. तापस मन्वन्तर के सप्तर्षियों में से एक।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					पीवरा					 :
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					स्त्री० [सं० पीवर+टाप्] १. असगंध। २. सतावर।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					पीवरा					 :
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					स्त्री० [सं० पीवर+टाप्] १. असगंध। २. सतावर।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					पीवरी					 :
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					स्त्री० [सं० पीवर+ङीष्] १. सतावर। शालिपर्णी। वर्हिषद् नामक पिता की मानसी कन्याओं में से एक। ४. युवती स्त्री। ५. गाय। गौ।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					पीवरी					 :
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					स्त्री० [सं० पीवर+ङीष्] १. सतावर। शालिपर्णी। वर्हिषद् नामक पिता की मानसी कन्याओं में से एक। ४. युवती स्त्री। ५. गाय। गौ।				 | 
			
			
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					पीवा					 :
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					स्त्री० [सं०√पी (पीना)+व+टाप्] जल। पानी। वि०=पीवर।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					पीवा					 :
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					स्त्री० [सं०√पी (पीना)+व+टाप्] जल। पानी। वि०=पीवर।				 | 
			
			
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					पीविष्ठ					 :
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					वि० [सं० पीवन्+इष्ठन्] अतिशय स्थूल। बहुत मोटा।				 | 
			
			
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					पीविष्ठ					 :
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					वि० [सं० पीवन्+इष्ठन्] अतिशय स्थूल। बहुत मोटा।				 | 
			
			
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