शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					पित्तोन्माद					 :
				 | 
				
					पुं० [पित्त-उमाद, मध्य० स०] [वि० पित्तोन्मादिक] वैद्यक के अनुसार एक प्रकार का उन्माद, रोग जिसमें साधारणतः बिना किसी कारण के रोगी बहुत ही खिन्न, चिन्तित और दुःखी रहता है और जो पित्ताशय के ठीक काम न करने से उत्पन्न होता है। (हाइपोकान्ड्रिया)				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
				| 
					पित्तोन्माद					 :
				 | 
				
					पुं० [पित्त-उमाद, मध्य० स०] [वि० पित्तोन्मादिक] वैद्यक के अनुसार एक प्रकार का उन्माद, रोग जिसमें साधारणतः बिना किसी कारण के रोगी बहुत ही खिन्न, चिन्तित और दुःखी रहता है और जो पित्ताशय के ठीक काम न करने से उत्पन्न होता है। (हाइपोकान्ड्रिया)				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |