शब्द का अर्थ
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					पिटना					 :
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					अ० [हिं० पीटना] १. पीटा जाना। २. प्रतियोगिता आदि में हारना। जैसे—इस बाजी में तो वह बुरा पिटा। ३. कुछ खेलों में गोटी, मोहरे आदि का मारा जाना। जैसे—शतरंज में घोड़ा या वजीर का पिटना। ४. मार खाना। ५. ‘पीटना’ के सभी अर्थों का अ० रूप। पुं० वह उपकरण जिससे कोई चीज पीटी जाय। जैसे—कपड़े धोने का पिटना, छत पीटने का पिटना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					पिटना					 :
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					अ० [हिं० पीटना] १. पीटा जाना। २. प्रतियोगिता आदि में हारना। जैसे—इस बाजी में तो वह बुरा पिटा। ३. कुछ खेलों में गोटी, मोहरे आदि का मारा जाना। जैसे—शतरंज में घोड़ा या वजीर का पिटना। ४. मार खाना। ५. ‘पीटना’ के सभी अर्थों का अ० रूप। पुं० वह उपकरण जिससे कोई चीज पीटी जाय। जैसे—कपड़े धोने का पिटना, छत पीटने का पिटना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |