शब्द का अर्थ
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					पिंडस्थ					 :
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					वि० [सं० पिंड√स्था (ठहरना)+क] १. जो पिंड या शरीर में स्थित हो। गर्भ में स्थित। २. जो पिंड या लोंदे के रूप में आया या लाया गया हो। ३. किसी में मिलाया हुआ। मिश्रित।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					पिंडस्थ					 :
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					वि० [सं० पिंड√स्था (ठहरना)+क] १. जो पिंड या शरीर में स्थित हो। गर्भ में स्थित। २. जो पिंड या लोंदे के रूप में आया या लाया गया हो। ३. किसी में मिलाया हुआ। मिश्रित।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |