शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					पात्य					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√पत्+णिच्+यत्] १. जो गिराया जा सकता हो। २. दंडित किये जाने के योग्य। ३. प्रहार करने योग्य। ४. [√पत्+ण्यत्] गिरने योग्य। पुं० [पति+यक] पति होने का भाव। पतित्व।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पात्य					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√पत्+णिच्+यत्] १. जो गिराया जा सकता हो। २. दंडित किये जाने के योग्य। ३. प्रहार करने योग्य। ४. [√पत्+ण्यत्] गिरने योग्य। पुं० [पति+यक] पति होने का भाव। पतित्व।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |