शब्द का अर्थ
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पवन-परीक्षा :
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स्त्री० [ष० त०] १. अषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को होनेवाली ज्योतिषियों की एक क्रिया जिसमें वायु की गति आदि की जाँच करके ऋतु-संबंधी विशेषतः वर्षा संबंधी भविष्य का ज्ञान प्राप्त किया जाता है। (कुछ स्थानों में देहातों में इस दिन मेले लगते हैं।) २. वह क्रिया जिससे यह जाना जाता है कि वायु की गति किस दिशा की ओर है। हवा देखना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पवन-परीक्षा :
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स्त्री० [ष० त०] १. अषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को होनेवाली ज्योतिषियों की एक क्रिया जिसमें वायु की गति आदि की जाँच करके ऋतु-संबंधी विशेषतः वर्षा संबंधी भविष्य का ज्ञान प्राप्त किया जाता है। (कुछ स्थानों में देहातों में इस दिन मेले लगते हैं।) २. वह क्रिया जिससे यह जाना जाता है कि वायु की गति किस दिशा की ओर है। हवा देखना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |