शब्द का अर्थ
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					परिहत					 :
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					भू० कृ० [सं० परि√हन् (हिंसा)+क्त] १. जो मार डाला गया हो। २. मरा हुआ। मृत। ३. पूरी तरह से नष्ट किया हुआ। ४. ढीला किया हुआ। स्त्री० हल की वह लकड़ी जो चौभी में ठुकी रहती है, तथा जिसके ऊपरी भाग में लगी हुई मुठिया को पकड़कर हलवाला हल चलाता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					परिहत					 :
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					भू० कृ० [सं० परि√हन् (हिंसा)+क्त] १. जो मार डाला गया हो। २. मरा हुआ। मृत। ३. पूरी तरह से नष्ट किया हुआ। ४. ढीला किया हुआ। स्त्री० हल की वह लकड़ी जो चौभी में ठुकी रहती है, तथा जिसके ऊपरी भाग में लगी हुई मुठिया को पकड़कर हलवाला हल चलाता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |