शब्द का अर्थ
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परिषिक्त :
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भू० कृ० [सं० परि√सिंच् (सींचना)+क्त] १. जो अच्छी तरह से सींचा गया हो। २. जिस पर छिड़काव हुआ हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिषिक्त :
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भू० कृ० [सं० परि√सिंच् (सींचना)+क्त] १. जो अच्छी तरह से सींचा गया हो। २. जिस पर छिड़काव हुआ हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |