शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					परिभाषा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० परि√भाष्+अ+टाप्] १. बात-चीत। २. निंदा। ३. व्याकरण में वह व्याख्यापक सूत्र जो पाणिनी के सूत्रों के साथ रहता और उनके प्रयोग की रीति बतलाता है। ४. किसी वाक्य में आये हुए पद या शब्द का अर्थ अथवा आशय निश्चित रूप से स्पष्ट करने की क्रिया या प्रकार। ५. ऐसा कथन या वाक्य जो किसी पद या शब्द का अर्थ या आशय स्पष्ट रूप से बतलाता या व्यक्त करता हो। व्याख्या से युक्त अर्थापन। (डेफिनेशन) ६. ऐसा शब्द जो किसी विज्ञान या शास्त्र में किसी विशिष्ट अर्थ में चलता या प्रयुक्त होता हो। परिभाषिक शब्द। (टेक्निकल टर्म)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परिभाषा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० परि√भाष्+अ+टाप्] १. बात-चीत। २. निंदा। ३. व्याकरण में वह व्याख्यापक सूत्र जो पाणिनी के सूत्रों के साथ रहता और उनके प्रयोग की रीति बतलाता है। ४. किसी वाक्य में आये हुए पद या शब्द का अर्थ अथवा आशय निश्चित रूप से स्पष्ट करने की क्रिया या प्रकार। ५. ऐसा कथन या वाक्य जो किसी पद या शब्द का अर्थ या आशय स्पष्ट रूप से बतलाता या व्यक्त करता हो। व्याख्या से युक्त अर्थापन। (डेफिनेशन) ६. ऐसा शब्द जो किसी विज्ञान या शास्त्र में किसी विशिष्ट अर्थ में चलता या प्रयुक्त होता हो। परिभाषिक शब्द। (टेक्निकल टर्म)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |