शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					परिच्छेद					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परि√छिद्+घञ्] १. कोई चीज या बात इस प्रकार अलग-अलग या विभक्त करना कि उसका अच्छापन एक तरफ आ जाय और बुराई दूसरी तरफ। २. बँटवारा। ३. खंड। भाग। ४. ग्रन्थों आदि का ऐसा विभाग जिसमें किसी विषय या उसके किसी अंग का स्वतंत्र रूप से प्रतिपादन, वर्णन या विवेचन किया गया हो। ५. अध्याय। प्रकरण। ६. सीमा। हद। ७. निर्णय।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परिच्छेदक					 :
				 | 
				
					वि० [सं० परि√छिद्+ण्वुल्—अक] १. सीमा निर्धारित करनेवाला। हद बतलाने या मुकर्रर करनेवाला। पुं० १. सीमा। हद। २. नाप, परिमाण आदि।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परिच्छेदन					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० परि√छिद्+ल्युट्—अन] १. परिच्छेद अर्थात् खंड या विभाग करना। २. अच्छाई और बुराई अलग अलग कर दिखलाना। ३. अध्याय। प्रकरण। ४. निर्णय।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					परिच्छेद्य					 :
				 | 
				
					वि० [सं० परि√छिद्+ण्यत्] १. जिसे गिन, तौल या नाप सके। परिमेय। २. जिसे काटकर या और किसी प्रकार अलग कर सकें। ३. जिसका बँटवारा या विभाजन हो सके। विभाज्य। ४. जिसकी परिभाषा ठीक प्रकार से की जा सके।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |