शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					नीलाम					 :
				 | 
				
					पुं० [पुर्त,लेलम् या लेइलम्] १. वस्तुओं की होनेवाली वह सार्वजनिक बिक्री जिसमें सबसे अधिक या बढ़कर दाम लगानेवाले के हाथ वस्तुएँ बेची जाती हैं। २. इस प्रकार की चीजें बेचने की क्रिया, ढंग या भाव। विशेष–हमारे यहां इस प्रकार की विक्रय-प्रथा को ‘प्रतिक्रोश’ कहते थे। मुहा०–(किसी चीज का) नीलाम पर चढ़ना=किसी चीज का ऐसी स्थिति में आना कि उसकी बिक्री नीलाम के रूप में हो। जैसे–अदालत की आज्ञा से उसका मकान नीलाम पर चढ़ा है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नीलामघर					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० नीलाम+घर] वह स्थान जहां चीजें नीलाम की जाती हों।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नीलामी					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० नीलाम] नीलाम के रूप में बिकनेवाला या बिका हुआ। जैसे–नीलामी घड़ी। स्त्री० दे० ‘नीलाम’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नीलाम्ला					 :
				 | 
				
					स्त्री० [नीला-अम्ला, कर्म० स०] नीली कठसरैया।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नीलाम्लान					 :
				 | 
				
					पुं० [नील-आम्लान, कर्म० स०] १. एक प्रकार का पौधा जिसमें सु्न्दर फूल लगते हैं। काला कोराठा। २. उक्त पौधे का फूल।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |