शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					निमेष					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० नि√मिष+घञ्] १. आँख की पलक का गिरना या झपकना। २. उतना समय जितना एक बार पलक गिराने या झपकाने में लगता है। ३. आँख की पलकें फड़कने का रोग। ४. एक बार का चना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					निमेषक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० निमेष+कन्] १. पलक। २. जुगनूँ।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					निमेषकृत					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० निमेष√कृ (करना)+क्विप्, तुक्] बिजली। विद्युत्।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					निमेषण					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० नि√मिष्+ल्युट्–अन] पलकें गिरना या गिराना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |