शब्द का अर्थ
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					निगुरा					 :
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					वि० [हिं० नि+गुरु] जिसने धार्मिक दृष्टि से किसी को अपना गुरु न बनाया हो, जिसने किसी से दीक्षा न ली हो। फलतः गुण-रहित और हीन।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) विशेष–संतों के समाज में, और उसके आधार पर लोक में भी ऐसा व्यक्ति अपटु, अयोग्य और निकृष्ट माना जाता है।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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