शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					नमस्कार					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० नमस्√कृ (करना)+घभ्] १. किसी पूज्य व्यक्ति के आगे झुककर उसका अभिवादन करना। २. [नमस्-कार, ब० स०] एक प्रकार का विष।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नमस्कारी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० नमस्कार+अच्—ङीष्] १. लज्जावंती। २. वराह-क्रान्ता। ३. खदरी या खदरिका नामक क्षुप।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नमस्कार्य					 :
				 | 
				
					वि० [सं० नमस्√कृ+ण्यत्] १. जिसके सामने नमस्कार करना उचित हो। नमस्कार किये जाने के योग्य। २. पूज्य। वंदनीय।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |