शब्द का अर्थ
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					नखास					 :
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					पुं० [अ० नख़्ख़ास] १. वह बाजार जिसमें दासों, पशुओं आदि का क्रय-विक्रय होता हो। जैसे—घर घोड़ा नखास मोल। (कहा०) २. बाजार। मुहा०—कोई चीज नखास पर चढ़ाना या भेजना=बेचने के लिए कोई चीज बाजार भेजना। पद—नखास की घोड़ी या नखासवाली-बाजार में बैठनेवाली स्त्री, अर्थात् कसबी।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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