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			| शब्द का अर्थ |  
				| धुर्रा 					 : | पुं० [हिं० धूर=धूल] १. धूल का कण। २. किसी चीज का छोटा या सूक्ष्म कण या टुकड़ा। मुहा०—(किसी चीज के) धुर्रे उड़ाना=बहुत छोटे-छोटे खंड या टुकड़े करके बेकाम कर देना। छिन्न-भिन्न करना। (किसी के विचारों आदि के) धुर्रे उड़ाना=पूरी तरह से खंडन करके तुच्छ सिद्ध करना। (किसी व्यक्ति के) धुर्रे उड़ाना या उड़ा देना=बहुत अधिक मारना-पीटना। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |