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			| शब्द का अर्थ |  
				| धान-पान 					 : | पुं० [हिं० धान+पान] विवाह के कुछ ही पहले होनेवाली एक रसम जिसमें वर-पक्ष से कन्या के घर धान और हल्दी भेजी जाती है। वि० धान और पान की तरह बहुत ही कोमल अथवा दुबला-पतला। नाजुक। उदा०—चोटी का बोझ ऊई, उठाये जो यह कमर, बूता नहीं है इतना मुझ धान पान में।—जान साहब। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |