शब्द का अर्थ
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धर्म-शाला :
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पुं० [च० त०] १. वह स्थान जहाँ धर्म और अधर्म का निर्णय होता हो। न्यायलय। विचारालय। २. वह स्थान, जहाँ नियमपूर्वक धर्मार्थ के विचार से दीन-दुखियों को दान दिया जाता हो। ३. परोपकार की दृष्टि से बनवाया हुआ वह भवन जिसमें हिंदू यात्री किसी प्रकार शुल्क दिये कुछ समय तक ठहर या रह सकते हों। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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