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			| शब्द का अर्थ |  
				| धर्मारण्य 					 : | पुं० [धर्म-अरण्य, मध्य० स०] १. तपोवन। २. पुराणानुसार एक प्राचीन वन, जिसमें धर्म उस समय लज्जा के मारे छिपा था, जब चन्द्रमा ने गुरुपत्नी तारा का हरण किया था। ३. गया के पास का एक तीर्थ। ४. पुराणानुसार कूर्म विभाग का एक प्रदेश। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |