शब्द का अर्थ
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					दोपहर					 :
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					स्त्री० [हिं० दो+पहर] १. दिन के ठीक मध्य का समय। मध्याह्न। २. दिन के बारह बजे और उसके आस-पास का कुछ समय। क्रि० प्र०—चढ़ना।—ढलना				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					दोपहरिया					 :
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					स्त्री०=दोपहर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					दोपहरी					 :
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					[हिं० दो+पहर] हर दो पहरों पर होनेवाला। जैसे—दोपहरी नौबत। स्त्री०=दोपहर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |