शब्द का अर्थ
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					दोगला					 :
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					पुं० [फा० दोगलः] [स्त्री० दोगली] १. ऐसा जीव जो दो विभिन्न जातियों या नस्लों के माता-पिता के योग से उत्पन्न हुआ हो। वर्ण-संकर। २. उक्त के आधार पर उत्पन्न होनेवाला ऐसा जीव जो प्रायः कुरूप तथा अशक्त होता है। ३. ऐसा मनुष्य जो अपनी माता के गर्भ से परन्तु उसके उपपति या यार के योग से उत्पन्न हुआ हो। जो ऐसे व्यक्ति की संतान हो जिससे उसकी माता का विवाह न हुआ हो। जारज। पुं० [हिं० दो+कल] बाँस की कमाचियों का बना हुआ एक प्रकार का गोल और कुछ गहरा पात्र जिससे किसान खेतों में पानी उलीचते हैं।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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