शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					दुव					 :
				 | 
				
					वि० [सं० द्वि] दो।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवन्					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० दुर्मनस्] १. दुष्ट चित्त का मनुष्य। खल। दुर्जन। २. दुश्मन। वैरी। शत्रु। ३. राक्षस।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवन्नी					 :
				 | 
				
					स्त्री०=दुअन्नी (सिक्का)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवा					 :
				 | 
				
					पुं०=दूआ (दुक्की)। स्त्री०=दुआ (प्रार्थना)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवाज					 :
				 | 
				
					पुं० [?] एक प्रकार का घोड़ा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवाद					 :
				 | 
				
					वि०=द्वादश।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवाद बानी					 :
				 | 
				
					वि० [सं० द्वादश=सूर्य+वर्ण] स्वर्ण जो सूर्य के समान दमकता हुआ हो अर्थात् बिलकुल खरा। बारहबानी (सोना)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवादसी					 :
				 | 
				
					स्त्री०=द्वादशी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवार					 :
				 | 
				
					पुं०=द्वार।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवारिका					 :
				 | 
				
					स्त्री०=द्वारका।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवाल					 :
				 | 
				
					स्त्री० [फा०] १. चमड़े का तसमा। २. रकाब का तसमा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवालबंद					 :
				 | 
				
					पुं० [फा०] १. चमड़े का चौड़ा तसमा जो कमर आदि में लपेटा जाय। चपरास या पेटी का तसमा। २. वह जो पेटी बाँधता हो अर्थात् सिपाही।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवाली					 :
				 | 
				
					स्त्री० [देश०] रंगे या छपे हुए कपड़ों पर चमक लाने के लिए घोंटने का बेलन। घोंटा। २. वह परतला जिसमें तलवार या बन्दूक लटकाई जाती है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवालीबंद					 :
				 | 
				
					पुं० [फा०] परतला आदि लगाये हुए तैयार सिपाही।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुविद					 :
				 | 
				
					पुं०=द्विविद।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुविधा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० द्विविधा] ऐसी मनःस्थिति जिसमें दो या कई बातों में से किसी बात का निश्चय न हो रहा हो। दुबधा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					दुवो					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० दुब=दो+उ= ही] दोनों।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |