शब्द का अर्थ
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					थाक					 :
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					पुं० [सं०√स्था] १. एक के ऊपर एक करके रखी हुई चीजों का ढेर। राशि। जैसे—कपड़ों या किताबों का थाक। स्त्री०=थकन (थकावट)। क्रि० प्र०—लगना(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					थाकना					 :
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					अ० [सं० स्थगन] १. ठहरना। रुकना। २. दे० ‘थकना’।				 | 
			
			
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					थाका					 :
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					पुं० [सं० स्तवक] गुच्छा। (पूरब) उदा०—अधर निमाल मधुरि फुल थाका।—विद्यापति।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					थाकु					 :
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					पुं०=थाक।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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