शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					त्रि-पुर					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० द्विगु० स०] १. वे तीनों नगरियाँ जो मयदानव ने तारकासुर के तीन पुत्रों के रहने के लिए बनाई थी और जिन्हें शिव ने एक ही क्षण में नष्ट कर दिया था। २. वाणासुर का एक नाम। ३. तीनों लोक। ४. चंदेरी नगर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					त्रि-पुरुष					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० द्विगु० स०] १. पिता, पितामह और प्रतितामह ये तीनों पुरखे। २. संपत्ति का ऐसा भोग जो लगातार तीन पीढ़ियों तक चला हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |