शब्द का अर्थ
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तृणारणिमणि न्याय :
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पुं० [तृण-अरणि, मणि, द्व० स० तृणारणिमणि-न्याय, ष० त०] तर्क-शास्त्र में तृण, अरणी और मणि की तरह का स्पष्ट निर्देशन। विशेष–इन तीनों चीजों से आग जलाई जाती है परन्तु इन तीनों के जलाने के ढंग अलग-अलग है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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