शब्द का अर्थ
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					तीवर					 :
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					पुं० [सं०√तृ (तैरना)+ष्वरच्,नि० सिद्धि] १. समुद्र सागर। २. [√तीर्(कर्म-समाप्ति)+ष्वरच्] व्याध। शिकारी। ३. मछुआ। ४. पुराणानुसार एक वर्ण-संकर जाति जिसकी उत्त्पत्ति राजपूत माता और क्षत्रिय पिता से कही गई हैं। वि०=तीव्र।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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