शब्द का अर्थ
|
तरिक :
|
पुं० [सं० तर+ठन्-इक] १. लकड़ियों का वह ढाँचा जो जलाशय पार करने के लिए बनाया जाता है। बेड़ा। २. वह जो नदी आदि पार करने का पारिश्रमिक लेता हो। ३. केवट। मल्लाह। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तरिका :
|
स्त्री० [सं० तरिक+टाप्] नाव० नौका। स्त्री० [सं० तडित्] बिजली।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तरिकी(किन्) :
|
पुं० [सं० तरिका+इनि] नदी आदि के पार उतारने वाला। माँझी। मल्लाह। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तरिको :
|
पुं० दे० ‘तरौना’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |