शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					तपनी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [हिं० तपना] १. वह स्थान जहाँ आग जलाकर तापी जाती है। कौड़ा। अलाव। क्रि० वि०–तापना। २. तप। तपस्या। ३. तपन। स्त्री० [सं० तपन+ङीष्] १. गोदावरी नदी। २. पाठा लता।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					तपनीय					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√तप्+अनीयर०] सोना। वि० तपने या तपाने के योग्य।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					तपनीयक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० तपनीय+कन्]–तपनीय।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |