शब्द का अर्थ
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					ड्योढ़ी					 :
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					स्त्री० [सं० देहली] १. किसी भवन या मकान के मुख्य प्रवेश द्वार के आस-पास की भूमि या स्थान। पद–ड्योढ़ीदार, ड्योढ़ीवलान (देखें)। २. उक्त प्रवेश-द्वार के अन्दर का वह स्थान जिस पर प्रायः पाटन होती है। पौरी। मुहावरा–(किसी की) ड्योढ़ी खुलना=राजाओं आदि के यहाँ दरबार में आने-जाने की अनुमति या आज्ञा मिलना। (किसी की) ड्योढ़ी बंद होना=किसी व्यक्ति के लिए राजा के यहाँ आने-जाने की मनाही या निषेध होना। (किसी के यहाँ) ड्योढ़ी लगना=ड्योढ़ी पर ऐसा द्वारपाल बैठाना जो बिना आज्ञा पाये लोगों को अन्दर न जाने दे।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
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					ड्योढ़ीवान					 :
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					पुं०=ड्योढीदार।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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