शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					टेकानी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [हिं० टेकाना] १. वह चीज जो किसी को गिरने से रोकने के लिए उसके नीचे या बगल में लगाई जाय। टेक। २. बैलगाड़ी का जूआ। ३. वह कील जो पहिये को धुरे में पहनाने पर इसलिए जड़ी जाती है कि वह बाहर निकलक गिर न जाय।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |