शब्द का अर्थ
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छलावा :
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पुं० [हिं० छल] १. भूत-प्रेत आदि की वह छाया जो एक बार सामने आकर अदृश्य हो जाती है। २. दलदल या जंगलों में रह-रहकर दिखाई पड़नेवाला वह प्रकाश जो मृत शरीरों की हड्डियों में छिपे हुए फासफोरस के जल उठने से उत्पन्न होता है। विशेष–इसी को लोग अगिया बैताल या उल्कामुख (प्रेत के मुख से निकलनेवाली आग) भी कहते हैं मुहावरा–छलावा खेलना=अगिया वैताल का इधर-उधर दिखाई पड़ना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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