शब्द का अर्थ
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					चुनाँ, चुनी					 :
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					स्त्री० [फा०] १. किसी के आदेश, कथन आदि के संबंध में यह कहना या पूछना कि ऐसा क्यों होना चाहिए अथवा इसका औचित्य क्या है। २. व्यर्थ की आपत्ति या विरोध। जैसे–अब चुनाँ-चुनीं मत करो, हम जो कहते हैं, वह करो।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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