शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					चीतना					 :
				 | 
				
					स० [सं० चेत] [वि० चीता] १. मन मे किसी प्रकार की भावना या सोच-विचार करना। सोचना। जैसे–किसी का बुरा या भला चीतना। २. याद या स्मरण करना। जैसे=विरह में प्रिय को चीतना। अ० होश में आना। चेतना। स० [सं० चित्रल] चित्र अंकित या चित्रित करना।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |