शब्द का अर्थ
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					घाम					 :
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					पुं० [सं० घर्म, प्रा० घम्म,पा.गिहन] १. सूर्य या ताप युक्त प्रकाश। धूप। मुहावरा– घाम खाना= (क) सरदी दूर करने के लिए धूप में रहना। (ख) धूप के अधिक या तीव्र प्रभाव में पड़ना। घाम लगना=लू लगना। २. कष्ट। विपत्ति। संकट। मुहावरा–(कहीं या किसी पर) घाम आना=कठिनाई या संकट आना। घाम बचाना या बराना-कष्टदायक बात से बचना। ३. पसीना।				 | 
			
			
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					घामड					 :
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					वि० [हिं० घाम] १. (पशु) जो अधिक घाम या धूप लगने के कारण विकल हो गया हो। २. ना-समझ। मूर्ख। ३. आलसी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					घामरी					 :
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					स्त्री० [हिं० घामड़ी] १. धूप आदि न रह सकने के कारण होनेवाली विकलता। २. प्रेम के कारण होनेवाली विह्ललता।				 | 
			
			
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