शब्द का अर्थ
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					गुरुत्व					 :
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					पुं० [सं० गुरु+त्व] १. गुरु होने की अवस्था या भाव। २. गुरु का कार्य या पद। ३. भारीपन। ४. बड़प्पन। महत्त्व। ५. पृथ्वी की वह आकर्षण शक्ति जो अधर में के पदार्थों को अपनी ओर अर्थात् नीचे खींचती है। (ग्रेविटी)				 | 
			
			
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					गुरुत्व-केन्द्र					 :
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					पुं० [ष० त०] पदार्थ विज्ञान में किसी पदार्थ के बीच का वह बिन्दु जिस पर यदि उस पदार्थ का सारा विस्तार सिमट कर आ जाए तो भी उसके गुरुत्वाकर्षण में कोई अन्तर न पडे। (सेन्टर				 | 
			
			
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					गुरुत्व-लम्ब					 :
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					पुं० [ष० त०] किसी पदार्थ के गुरुत्व केन्द्र से सीधे नीचे की ओर खींची जानेवाली रेखा।				 | 
			
			
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					गुरुत्वाकर्षण					 :
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					पुं० [सं० गुरुत्व-आकर्षण, ष० त०] भौतिक शास्त्र में, वह शक्ति जिसके द्वारा कोई पिंड किसी दूसरी पिंड को अपनी ओर आकृष्ट करता है अथवा स्वयं उसकी ओर आकृष्ट होता है। पिंड़ों की एक दूसरे को आकृष्ट करने की वृत्ति। (ग्रैविटेशन)				 | 
			
			
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