शब्द का अर्थ
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					गारु					 :
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					वि० [सं० गुरु] भारी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					गारुड़					 :
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					वि० [सं० गरुड़+अण्] गरुड़ संबंधी। गरुड़ का। पुं० १. साँप का विष उतारने का एक प्रकार का मंत्र जिसके देवता गरुड़ कहे गये है। २. गरुड़ के आकार की एक प्रकार की सैनिक व्यूह रचना। ३. एक प्रकार का प्राचीन अस्त्र। ४. पन्ना या मरकत नामक रत्न। ५. सोना। स्वर्ण। ६. गरुड़ पुराण।				 | 
			
			
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					गारुड़ि					 :
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					पुं० [सं० गरुड़+इञ्] १. संगीत में आठ प्रकार के तालों में से एक। २. दे० ‘गारुड़ी’।				 | 
			
			
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					गारुड़िक					 :
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					पुं०=गारुड़ी।				 | 
			
			
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					गारुड़ी(ड़िन्)					 :
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					पुं० [सं० गारुड़+इनि] १. वह व्यक्ति जो साँप का विष मंत्रबल से उतार देता हो। २. मंत्र से अथवा और किसी प्रकार साँप पकड़ने अथवा उसे वश में करनेवाला व्यक्ति। ३. सँपेरा।				 | 
			
			
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					गारुत्मत					 :
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					पुं० [सं० गरुत्मत्+अण्] १. मरकत का पन्ना नामक रत्न। २. गरुड़ का अस्त्र।				 | 
			
			
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					गारुरी					 :
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					पुं०-गारूड़ी। उदाहरण–जाँवत गुनी गारुरी आवे।–जायसी।				 | 
			
			
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