शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					गंस					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० ग्रंथि] १. मन में खटकनेवाली बात। २. मन में छिपा हुआ द्वेष या बैर। ३. दे० ‘गाँसी’। (तीर की)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गँसना					 :
				 | 
				
					स० [सं० ग्रंथन] १. अच्छी तरह कसकर जकड़ना, बाँधना या लगाना । गाँठना। २. कपड़े की बुनावट में बाने को कसना या दबाना जिसमें बुनावट गफ या घनी हो। ३. कस या ठूँसकर भरना। अ० १. कसकर जकड़ा या बाँधा जाना। २. बुनावट में सूतो का खूब पास पास होना। ३. कसकर या ठसाठस भरा जाना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गँसीला					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० गाँसी] [स्त्री० गँसीली] गाँस या गाँसी की तरह नुकीला और चुभने या खटकनेवाला। वि,. दे० ‘गसीला’।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |