शब्द का अर्थ
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					क्षुद्रा					 :
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					स्त्री [सं० क्षुद्र०+टाप्] १. बहुत ही निम्न या हीन विचारों वाली स्त्री। २. कुलटा। ३. वेश्या। ४. लोनी साग। ५. जटामासी। 6 भटकटैया। ७. सरधा नामक मधुमक्खी। ८. हिचकी। ९. एक प्रकार की छोटी नाव। १॰. कौड़ियाला। कौड़िल्ला।				 | 
			
			
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					क्षुद्रांजन					 :
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					पुं० [सं० क्षुद्र-अंजन, कर्म० स०] आँवले आदि के योग से बनाया हुआ एक प्रकार का अंजन। (सुश्रुत)				 | 
			
			
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					क्षुद्रात्मा (त्मन्)					 :
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					पुं० [सं० क्षुद्र-आत्मन्, ब० स०] क्षुद्र या हीन विचारोंवाला व्यक्ति।				 | 
			
			
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					क्षुद्रांत्र					 :
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					पुं० [सं० क्षुद्र-अत्र, कर्म० स०] हृदय के पास की एक छोटी नाड़ी।				 | 
			
			
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					क्षुद्रावली					 :
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					स्त्री० [सं० क्षुद्र-आबली, कर्म० स०]=क्षुद्र-घटिका।				 | 
			
			
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					क्षुद्राशय					 :
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					वि० [सं० क्षुद्र-आशय, ब० स०] तुच्छ या नीच प्रकृतिवाला। कमीना। नीच।				 | 
			
			
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