शब्द का अर्थ
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					क्षपण					 :
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					पुं० [सं०√क्षप् (फेंकना)+ल्युट—अन्] १. नष्ट करना। २. [क्षप्+णिच्+ल्यु—अन] जैन या बौद्ध भिक्षु।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					क्षपणक					 :
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					पुं० [सं० क्षपण+कन्] एक प्रकार के जैन भिक्षु या साधु जो प्रायः नंगे रहते हैं। वि० १. नंगा। २. निर्लज्ज।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					क्षपण्यु					 :
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					पुं० [सं०√क्षप्+अन्यु (बा०)] अपराध।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |