शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					केचुआ					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० किचिलिक, प्रा० केचुओं] १. सूत की तरह पतला और लंबा एक बरसाती कीड़ा। २. सफेद रंग के वे छोटे कीड़े जो आँतों में पहुँचकर अंडे और बच्चे देते हैं तथा मल के साथ बाहर निकलते हैं। (राउंडवर्म)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					केचुआ					 :
				 | 
				
					पुं० =केंचुआ।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					केचुआ छंद					 :
				 | 
				
					पुं० [हं० केंचुआ+सं० छंद] वह छंद जिसके चरणों की मात्राएँ बराबर या सम न हों। रबर छंद (परिहास और व्यंग्य)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |