शब्द का अर्थ
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कृशान :
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पुं० पुं० दे० ‘कृशानु’।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशानु :
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पुं० [सं०√कृश्+आनुक्] १. अग्नि। आग। २. चीता। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशानुरेता (तस्) :
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पुं० [ब० स०] शिव। महादेव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |