शब्द का अर्थ
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					कुवेर					 :
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					पुं० [√कुवं (आच्छादित करना)+एरक्, नलोप] १. पुराणानुसार यक्षों, और किन्नरों के राजा के सौतेले भाई थे और इंद्र की निधियों के भंडारी माने जाते हैं। यही विश्व की समस्त संपत्ति के स्वामी माने जाते हैं। २. तुन का पेड़।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					कुवेराचल					 :
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					पुं० [कुवेर-अचल, मध्य० स०] कैलास पर्वत।				 | 
			
			
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					कुवेराद्रि					 :
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					पुं० [कुवेर-अद्रि, मध्य० स०] कैलास पर्वत।				 | 
			
			
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